Friday, January 22, 2010

इन्टनेट की किसी साईट पर पड़ी ये तस्वीर साफ़ बताती है , की हमारे देस मे इच्छाएं पैसे से कहीं ज्यादा बड़ी है और जुगाड़ हमारी अमूल निधि है .....

1 comment:

आग़ाज़.....नयी कलम से... said...

sach me ise dekhne se lagta hai ki khusiya dudhne se hi milti hai......