आ तुझे अपने ख़्वाबों मे बसा लूं ,
आखें बंद कर लूं कुछ इस कदर मै,
की अपने जहेन मे तेरा हर नूर बसा लूं ,
कहते है प्यार अँधा है जहाँ मे ,
आंखे खो दू मे अपनी खुद को अँधा बना लूं ,
ना हसूं ना बोलूँ ना किसी से कोंई बात करूँ,
तेरे इश्क मे खुद को इतना संजीदा बना लूं ,
मै मंदिर का रास्ता भूल जाऊं ,मै मस्जिद से मुह फेर लूं ,
सजदे करूँ मै तेरे ,तेरे घर को इबादतगाह बना लूं ,
तेरे छत की मुडेरों पर बैठा रहूँ किसी पालतू परिंदे की तरह ,
तेरे मकाँ की दरारों मे एक छोटा सा आसेयाँ बना लूं ,
बेपरवाह यू ही देखता रहूँ तुझको सुबोह-शाम ,
मै खुद को तेरे कमरे का आएना बना लूं ,
मै मिलूँ हर नजर ,हर डगर ,हर मंजिल पर तुझको ,
सिर्फ इतना चाहूं की तुझको अपना बना लूं .......
2 comments:
Full of emotions!!!
incredible
thanks a lot priya
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